काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान । Kaziranga National Park in Hindi
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना, इतिहास एवं इस राष्ट्रीय उद्यान से संबंधित सभी महत्त्वपूर्ण जानकारी ( All Information about kaziranga National Park )
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना :-
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान आंशिक रूप से असम राज्य के गोलाघाट और नागांव जिले में स्थित एक प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान है इसके साथ ही यह असम राज्य का सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान है
नदी और दक्षिण में कार्बी आंगलोंग पहाड़ियों के साथ 430 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना सन् 1904 में ब्रिटिश शासन केेे दौरान ब्रिटिश सरकार द्वारा की गई थी।
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का इतिहास
भारत में ब्रिटिश शासन के दौरान 1 जून 1905 को इस राष्ट्रीय उद्यान के 232 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को काजीरंगा प्रस्तावित रिजर्व वन बनाया गया और सन् 1908 में इस क्षेत्र को रिजर्व वन क्षेत्र घोषित कर दिया गया और सन् 1916 में इस क्षेत्र का नाम बदलकर काजीरंगा गेम रिजर्व रख दिया गया।
भारत की स्वतंत्रता के बाद वर्ष 1950 में भारत सरकार द्वारा इस संरक्षित वन क्षेत्र को काजीरंगा वन्यजीव अभयारण्य के रूप में घोषित किया गया
इसके पश्चात सन् 1968 में असम सरकार के द्वारा असम राष्ट्रीय उद्यान अधिनियम पारित किया गया इस अधिनियम के तहत काजीरंगा वन्यजीव अभयारण्य को काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान घोषित के रूप में घोषित कर दिया गया
11 फरवरी 1974 को भारत सरकार के द्वारा इस राष्ट्रीय उद्यान को आधिकारिक मान्यता दी गई
आपको बता दें कि 1985 में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल के रूप में घोषित किया गया
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाने वाले वन्यजीव :-
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान एक सींग वाले गैंडे के लिए प्रसिद्ध है दुनिया में पाए जाने वाले एक सींग वाले गैंडे की सबसे अधिक आबादी इसी राष्ट्रीय उद्यान में पाया जाता है दुनिया में पाए जाने वाले एक सींग वाले गैंडे का लगभग दो – तिहाई हिस्सा इसी राष्ट्रीय उद्यान में पाया जाता है वर्ष 2015 में इस राष्ट्रीय उद्यान में वन्यजीवों की जनगणना की गई थी इस जनगणना के अनुसार काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 2401 गेंडे थेजो दुनिया में पाए जाने वाले एक सींग वाले गैंडे का दो – तिहाई हिस्सा है। जबकि वर्ष 2018 में इस राष्ट्रीय उद्यान में फिर से वन्यजीवों की गणना की गई इस जनगणना में 2473 एक सिंग वाले गैंडे और लगभग 1,100 हाथी मिले । इसके साथ ही इस जनगणना के अनुसार काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में अनुमानित 103 बाघ थे।
इस राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाने वाले एक सिंग वाले गैंडो की वजह से 1985 में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान को विश्व धरोहर स्थलों में शामिल किया गया है।
एक सींग वाले गैंडों साथ – साथ यह राष्ट्रीय उद्यान जंगली हाथी , तेंदुआ , भालू , एशियाई जंगली भैंस , रॉयल बंगाल टाइगर्स , जंगली सूअर, दलदली हिरण, होंग हिरण, गौर, सांभर, जंगली बिल्ली और हजारों पक्षियों सहित कई स्तनधारियों का निवास स्थान है इस राष्ट्रीय उद्यान में कुल 35 स्तनधारियों की प्रजातियां पाई जाती है ‘ प्रकृति संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ ( IUCN ) ‘ की रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में इन 35 प्रजातियों में 15 प्रजातियां खतरे में है और इन 15 प्रजातियों को आईयूसीएन की रेट लिस्ट में शामिल किया गया है।
इस राष्ट्रीय उद्यान में एशियाई जंगली भैंस और दलदली हिरण की सबसे अधिक संख्या पाई जाता है। इसके साथ ही इस राष्ट्रीय उद्यान में 300 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती है इन पक्षियों मे सफेद हंस, फेरुगिन बत्तख, बेयर पोचर्ड बत्तख, काले गर्दन वाले सारस, एशियाई कॉर्क, किंगफिशर, सफेद बगुले और डालमेशियन पेलिकन शामिल है इसके साथ ही इस राष्ट्रीय उद्यान में गिद्धों की 3 प्रजातियां पाई जाती है।
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाने वाले वनस्पति :-
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान का परिदृश्य घने जंगल , लंबी हाथी घास , ऊबड़ – खाबड़ नरकट , दलदल और उथले पूल कू कारण अत्यंत आकर्षक दिखता है इस राष्ट्रीय उद्यान में वनस्पति की समृद्ध विविधता पाई जाती है जिसके कारण यह राष्ट्रीय उद्यान पर्यटकों के लिए अत्यंत आकर्षण का केंद्र है। इस राष्ट्रीय उद्यान में कई प्रकार की वनस्पतियां पाई जाती है राष्ट्रीय उद्यान में कई तरह के घास पाए जाते हैं इसके साथ ही इस राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाने वाले जलीय वनस्पतियों में कमल, जलकुंभी और वाटर लिली शामिल है जो इस राष्ट्रीय उद्यान के वातावरण को सुंदर बनाते हैं इसके अलावा उपजाऊ चाय की झाड़ियां से घिरा यह राष्ट्रीय उद्यान प्रकृति का एक शानदार परिदृश्य प्रस्तुत करता हैं।
वर्ष 1986 में इस राष्ट्रीय उद्यान में पाई जाने वाली वनस्पतियों का सर्वेक्षण किया गया था इस सर्वेक्षण के अनुसार इस राष्ट्रीय उद्यान में 41% लंबे हाथी घास, 11% छोटी घास और 29% खुला जंगल है।
इसके साथ ही काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में उष्णकटिबंधीय आर्द्र और सदाबहार वन पाए जाते हैं।